हमने भी किसींसे नाता जोडा था,
उनके लिये अपनो का साथ छोडा था,
उसिने मेरे जिंदगीका रुख मोडा था,
जिन्हों नेभी मेरा दिल तोडा है,
उनके नाम मे उसका नाम भी अब जोडा है।
मुश्किले बहुत आई,तुफान भी बहुत आए,
फिर भी ये कदम कभी ना लडाखडाए,
सूनकर 'तेरी बेवाफाई का शबाब,
दिल मेरा अब तक है, तडफडाए।
जबतक थे आप हमारे पास
दुरियो का न था एहसास,
जब से है नसीब ने हमे टोका,
तब से खा रहें है हम,
हर कदम कदम पर
हर एक नया धोका।
क्यो बनाते है लोग यार?
क्यो करते है लोग प्यार?
ना मिले किसीं को किसींसे
कभी प्यार में गम
इसिलीये कहती हूं मेरे दोस्त
प्यार करो मगर थोडा कम.....
कवयित्री - कावेरी डफळ
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