दीपोत्सव का त्यौहार मनाएँ,
आओ इस बार हम कुछ नया आजमाएँ।
दीपों से सीखें, उजाला करना।
दीपों से सीखें, आओ तम को हरना।
अपने अंदर छिपा अंधकार मिटाएँ।
दीपोत्सव का त्यौहार मनाएँ।
इस त्यौहार पर वादा यह करना,
जलना है तो सिर्फ दीपक सा जलना।
दीपों से सीखें, सबको राह दिखाना।
दीपों से सीखें, अपने अवगुणों को जलाना।
आओ भारत को रोशन बनायें।
दीपोत्सव का त्यौहार मनाएँ।
धुँए को भी काजल बना लो,
नजर न लगे, माथे पर लगा दो।
अनुपयोगी को उपयोगी बना लें,
स्नेह से सभी को गले लगा लें।
अखण्ड भारत को विकसित बनाएं,
दीपोत्सव का त्यौहार मनाएँ।
कवी — पलाश ताम्रकार
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